बेवफ़ा होके भी तू इतनी मुक़द्दस क्यूँ है
ज़िन्दगी आज तुझे राज़ बताना होगा
तेरी ख़ामोशी तो अब जान लिए लेती है
अपनी तस्वीर से तुझे बाहर आना होगा
- शायर मोहम्मद अली साहिल के दोस्त फरहान साहब ने आज सुबह फोन करके उनकी ये शाएरी सुनायी और कहा की अपनी फिल्म के गजलों को सजाने का मौक़ा हमें दीजिये | शुक्रिया फरहान साहब का आज सुबह सुबह इतनी अच्छी शाएरी सुनायी |
ज़िन्दगी आज तुझे राज़ बताना होगा
तेरी ख़ामोशी तो अब जान लिए लेती है
अपनी तस्वीर से तुझे बाहर आना होगा
- शायर मोहम्मद अली साहिल के दोस्त फरहान साहब ने आज सुबह फोन करके उनकी ये शाएरी सुनायी और कहा की अपनी फिल्म के गजलों को सजाने का मौक़ा हमें दीजिये | शुक्रिया फरहान साहब का आज सुबह सुबह इतनी अच्छी शाएरी सुनायी |