Thursday, February 25, 2016

Andhera

जला कर अपनी हस्ती को किया रौशन जहां तूने
अन्धेरा आज भी पैवस्त है , दिल की दरारों में |
- मेराज सिद्दिकी



Sunday, February 14, 2016

Wednesday, February 10, 2016

Alfaaz

दर्द जो अक्सर अलफ़ाज़ बन जाते हैं
टूटे दिल, यादों के दराज़ बन जाते हैं
- मेराज सिद्दीक़ी

Friday, February 5, 2016

Interview in Hindustan Patna Edition Newspaper 05 Feb 2016

Hindustan Patna Edition 05 Feb 2016
आज के हिंदुस्तान पटना ऐडिशन "पटना लाइव" में पहले पन्ने पर मेरा इंटरवयु | हिंदुस्तान पटना का बहुत बहुत शुक्रिया मुझे छापने के लिए | आप सभी दोस्तों का भी बहुत शुक्रिया क्यूँकि आप सभी के सहयोग, स्नेह और प्यार से मैं आज यहाँ तक पहुँचा हूँ | अगली तैय्यारी 4th दरभंगा अन्तर्राष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल 2016 की । आप सभी साथियों से सहयोग की दरकार । नवम्बर 2016 में होगा आयोजन।